शिवजी महाराज के रणनीतिक कौशव कौशल और बहादुरी का प्रतिक

    
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नागपुर से ४० किलोमीटर दूर पसायदान परिसर में छत्रपती शिवाजी महाराज के किले स्थायी रूप से हैं। इन्हें यहां सैकड़ों लोग नि:शुल्क देख रहे।
इन किलों को देख कर युवा पीढ़ी शिवाजी के जीवन को करीब से जान जान सकती है उन किलों में घटी घटनाओं से शिवजी महाराज के रणनीतिक कौशव कौशल और बहादुर को भी समझ सकती है।
मैं यह महसूस करता हूं कि आज के दौर में शिवाजी का जीवन हमारे लिए कई स्तरों पर प्रेरणादायी हो सकता है। इसमें राष्ट्र के प्रति ज़ज़्बा, देश भक्ति, मातृप्रेम और दुश्मनों से लड़ाई लड़ने का अथक साहस ऐसे गुण है जो प्रेरणादायी हैं।
- प्रफुल्ल माटेगावकर